Girlfriend ने बचाने की भरसक कोशिश की, निराश.. हताश दुनिया से चला गया Golu Kumar
एक बेहद मार्मिक खबर झारखंड के चतरा से सामने आई है. जहा प्रेम-प्रसंग के मामले में भावनात्मक तनाव के कारण 22 वर्षीय गोलू नामक युवक ने आत्महत्या कर ली. प्रेमी ऐसा कोई कदम उठाने वाला है, इसकी जानकारी मिलते ही प्रेमिका ने उसे बचाने की हर तरीके से कोशिश की पर गोलू को बचाया नहीं जा सका.

JHARKHAND (CHATRA): चतरा जिले के इटखोरी थाना क्षेत्र के परोका गांव से एक अत्यंत दुखद और गंभीर घटना सामने आई है. प्रेम प्रसंग में निराशा के चलते एक 22 वर्षीय युवक ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह घटना बीते मंगलवार की देर रात करीब 12 से 1 बजे के बीच की बताई जा रही है. इस घटना ने एक तरफ परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है, वहीं दूसरी ओर पुलिस की अनभिज्ञता ने सवाल खड़े किए हैं.
मां-बाप का इकलौता पुत्र था गोलू
परोका गांव निवासी गोलू कुमार दास (उम्र 22 वर्ष) पुत्र अशोक रविदास ने मंगलवार की देर रात अपने घर में सिलिंग फैन से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. गोलू अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था. घटना के समय उनके पिता, अशोक रविदास, जो इटखोरी में मछली का व्यापार करते हैं, धनबाद मछली लाने गए हुए थे और घर पर मौजूद नहीं थे. परिवारजनों के अनुसार, गोलू प्रेम प्रसंग में था और माना जा रहा है कि इसी भावनात्मक तनाव के चलते उसने यह आत्मघाती कदम उठाया.
हर कोशिश के बावजूद नहीं बचा सकी अपने प्रेमी को
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे मार्मिक बात यह रही कि गोलू की प्रेमिका को इस घटना की जानकारी तुरंत मिल गई थी. उसने युवक को बचाने के लिए आधी रात को परिजनों को सूचित करने का भरसक प्रयास किया. प्रेमिका ने गोलू के लगभग 10 परिजनों, जिसमें उसकी मां और बहन भी शामिल थीं, को फोन किया, लेकिन दुर्भाग्य से कोई भी फोन नहीं उठा सका. जब कहीं से मदद नहीं मिली, तो प्रेमिका ने मृतक के दोस्त सोनल कुमार को कॉल किया. सोनल ने फोन उठाया और सूचना पाते ही वह तुरंत गोलू के घर पहुंचा. उसने घर के परिवार के सदस्यों को जगाकर जानकारी दी. परिजनों ने तुरंत गेट खोला, तो गोलू अचेत (बेहोश) हालत में मिला.
परिजन तुरंत आधी रात में गोलू को इटखोरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों ने जांच के बाद गोलू कुमार दास को मृत घोषित कर दिया. इकलौते बेटे की मौत की खबर सुनते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई और पूरे गांव में मातम पसर गया है.
बेहद संवेदनशील मामले से हाथ खींचती नजर आई पुलिस
इस गंभीर घटना के बावजूद, पुलिस का आधिकारिक बयान चौंकाने वाला रहा. इटखोरी थाना प्रभारी अभिषेक सिंह ट्रेनिंग कार्यों से बाहर हैं, जिसके कारण थाना का चार्ज विजय सिंह के पास है. उन्होंने बताया, "हमें इस बात की कोई जानकारी नहीं हो पाई है. अगर ऐसी कोई सूचना प्राप्त होती तो मैं आवश्यक जांच करता और कार्रवाई अवश्य की जाती. फिलहाल, परिजनों के द्वारा कोई सूचना नहीं दी गई है." एक तरफ गांव में इकलौते बेटे की मौत का मातम पसरा है और दूसरी तरफ पुलिस का अनभिज्ञ होना, घटना के बाद की पुलिसिया संवेदनशीलता पर सवाल खड़े करता है.









