झारखंड में पहली बार बैलेट पेपर से कराया जाएगा नगर निकाय चुनाव, BJP और कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई सामने
झारखंड निकाय चुनाव की तैयारियां तेज हो गई है. राज्य में नगर निकाय के चुनाव के लिए इस बार पहली बार बैलेट पेपर पर मतदान होगा. इसका निर्णय झारखंड निर्वाचन आयोग ने ईवीएम की अनुपलब्धता के कारण लिया है.

Ranchi: झारखंड में नगर निकाय चुनाव (municipal elections) की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है. सभी बूथों के सत्यापन की प्रक्रिया भी चुनाव आयोग द्वारा शुरू कर दी गई है. ताकि चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से सुनिश्चित किया जा सकें. बता दें, राज्य में नगर निकाय के चुनाव में इस बार बैलेट पेपर पर पहली बार मतदान होगा. यह निर्णय राज्य निर्वाचन आयोग ने EVM की अनुपलब्धता के कारण लिया है. हालांकि अबतक चुनाव के तारीखों की कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है.
इधर, चुनाव आयोग के इस फैसले से राज्य की सियासी गलियारों में अब सियासत तेज हो गई है. इस संबंध में पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं. बीजेपी ने आयोग के इस फैसले को प्रजातंत्र के लिए अनुचित माना है. बीजेपी ने कहा है कि जब पूरी दुनिया EVM की ओर आगे बढ़ रही है तो अब बैलेट पेपर पर जाना ही क्यों है. वहीं बीजेपी के इस बयान का पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि अमेरिका में अब भी बैलेट पेपर से चुनाव होता है तो इसमें तो यहां दिक्कत क्या है. क्योंकि बीजेपी के नेता EVM के जरिए चोरी करना चाहते है अगर वैलेट पेपर से चुनाव होता है तो ज्यादा निष्पक्ष चुनाव होगा.
दुनिया में EVM प्रणाली बेहतर फिर बैलेट पेपर क्यों- BJP
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि चुनाव आयोग ने कहा है कि ईवीएम बहुत मात्रा में उपलब्ध नहीं है इसलिए बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाएगा. लेकिन बीजेपी की मांग है कि EVM से चुनाव कराई जाए. बैलेट पेपर पर क्यों जा रहे. उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर के जरिए कहीं ऐसा तो नहीं किया जाने वाला है जो प्रजा तंत्र के लिए उचित न हो? दुनिया में ईवीएम प्रणाली को बेहतर माना गया है. कांग्रेस की सरकार ही थी जिसने संविधान में संशोधन करके मतदान की प्रक्रिया में ईवीएम प्रणाली को शामिल किया था. और अब यहां वे ईवीएम को हटाने का काम कर रहें.
बैलेट से डरती है BJP, EVM से अधिक निष्पक्ष है बैलेट पेपर- कांग्रेस
कांग्रेस के प्रवक्ता कमल ठाकुर ने कहा कि जब अमेरिका जैसे विकसित देश में बैलेट से मतदान होता है. इसमें परेशानी क्या है. बीजेपी बैलेट से डरती है. उसे महसूस होता है जब बैलेट आएगा तो मेरा बुलेट बाहर हो जाएगा. बैलेट से चुनाव हमारी मांग है, झारखंड में अगर बैलट से निकाय चुनाव होता है और इसमें सफलता दिखती है तो पूरे देश में हम बैलेट से चुनाव कराने की मांग करेंगे. क्योंकि ईवीएम से अधिक निष्पक्ष बैलेट पेपर होगा. क्योंकि इसमें चोरी की संभावना कम है. और ईवीएम में चोरों के सरदार बैठे हैं जो केवल ज्ञान बांटकर चोरी करवाते हैं.
रिपोर्ट- तनय खंडेलवाल









