छोटी दिवाली आज, बस कुछ देर ही रहेगा शुभ मुहूर्त, जरूर जलाएं यम के दीये
छोटी दिवाली जिसे नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है, मुख्य दिवाली के ठीक पहले मनाई जाती है. इसे काली चतुर्दशी, रौशनी का पर्व या अंधकार पर प्रकाश की विजय के रूप में भी मनाया जाता है. यह दिन शुद्धिकरण का दिन माना जाता है.

CHHOTI DIWALI: छोटी दिवाली जिसे नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है, मुख्य दिवाली के ठीक पहले मनाई जाती है. इसे काली चतुर्दशी, रौशनी का पर्व या अंधकार पर प्रकाश की विजय के रूप में भी मनाया जाता है. यह दिन शुद्धिकरण का दिन माना जाता है.
NAXATRA NEWS
RANCHI: छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी आज मनाई जा रही है. कथाओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन असुर नरकासुर का वध किया था. नरकासुर ने 16,000 कन्याओं को बंदी बना रखा था. जब भगवान कृष्ण ने उसका संहार किया, तो समस्त लोकों में हर्ष छा गया और दीप जलाकर इस विजय का उत्सव मनाया गया. तभी से इस दिन को नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली के रूप में मनाने की परंपरा शुरू हुई. छोटी दिवाली का दिन शुद्धिकरण और प्रकाश के स्वागत का प्रतीक है.
हिंदू पंचांग के अनुसार आज 19 अक्टूबर रविवार को छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी मनाई जा रही है. चतुर्दशी तिथि 19 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 51 मिनट से शुरू होकर 20 अक्टूबर दोपहर 3 बजकर 44 मिनट तक रहने वाली है. नरक चतुर्दशी पर शाम को प्रदोष काल में यम का दीपक जलाया जाता है. इससे अकाल मृत्यु का भय खत्म होता है.
यम का दीपक और अभ्यंग स्नान का मुहूर्त
इस बार नरक चतुर्दशी पर यम का दीपक और अभ्यंग स्नान का मुहूर्त दो अलग-अलग समय पर रहने वाला है.
19 अक्टूबर 2025 को शाम 05:50 बजे से 07:02 बजे तक यम का दीपक जलाना शुभ माना गया है. यानी आज लगभग 1 घंटे ही शुभ मुहूर्त रहने वाला है.
अभ्यंग स्नान का शुभ मुहूर्त
अगले दिन यानी 20 अक्टूबर 2025 को सुबह 05:13 बजे से 06:25 बजे तक अभ्यंग स्नान का शुभ समय है. अभ्यंग स्नान का महत्व केवल शारीरिक स्वच्छता तक सीमित नहीं है. यह आध्यात्मिक शुद्धिकरण, सकारात्मक ऊर्जा का संचार और स्वास्थ्य व मानसिक संतुलन बनाए रखने का प्रतीक है.
तेल- दीपक और लाल बाती के उपाय
इस दिन रात्रि में सरसों के तेल का दीपक घर के मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा की ओर अवश्य जलाएं. दीपक में लाल सूती बाती लगाएं और उसमें थोड़े से राई के दाने डालें. ऐसा करने से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और धन प्राप्ति में आ रही रुकावटें दूर होती हैं. इस दीपक को प्रज्वलित करते समय ‘ॐ श्री महालक्ष्म्यै नमः’ मंत्र का 11 बार जाप करें. उस मंत्र से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, ऐसी भी मान्यता है कि यम दीपदान करने से व्यक्ति के जीवन में दीर्घायु, शांति और सौभाग्य का वास होता है. इसलिए, नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली की रात इस उपाय अवश्य करें.
अन्न दान से पाएं समृद्धि का आशीर्वाद
छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी के दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति, ब्राह्मण या भोजन की इच्छा रखने वाले व्यक्ति को चावल, गेहूं या मूंग दाल का दान करना अत्यंत शुभ माना गया है. अन्नदान को शास्त्रों में ‘महादान’ कहा गया है. मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन श्रद्धा और निस्वार्थ भाव से अन्न का दान करता है, उसके जीवन से दरिद्रता और आर्थिक कष्ट समाप्त हो जाते हैं. साथ ही, घर-परिवार में अन्न, धन और सौभाग्य की वृद्धि होती है.
लक्ष्मी जी को अर्पित करें ये शुभ वस्तुएं
छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी की रात मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का अत्यंत शुभ अवसर होता है. इस दिन मां लक्ष्मी को चांदी का सिक्का या शुद्ध कौड़ी अर्पित करना अत्यंत फलदायी माना गया है. पूजा से पहले कौड़ी को दूध और गंगाजल से शुद्ध करें ताकि उसमें मौजूद सभी नकारात्मकता समाप्त हो जाए और वह शुभ ऊर्जा से भर जाए.
शुद्ध करने के बाद कौड़ी या चांदी का सिक्का अपने पूजा स्थल पर रखें और दीपावली की रात विधिवत लक्ष्मी पूजन के समय उसी सिक्के या कौड़ी की पूजा करें. पूजा के बाद इसे अपनी तिजोरी, कैश बॉक्स या पैसे रखने के स्थान पर सुरक्षित रखें. ऐसा करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है.









