गिरिडीह के विश्व प्रसिद्ध तीर्थंस्थल मधुबन पहुंचे बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां
कार्यक्रम में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने गुनातायन में आयोजित विश्व मैत्री महोत्सव को लेकर कहा कि ये जैन समाज की परम्परा है कि दश लक्षण के बाद होने वाले क्षमा वाणी धर्म को विश्व मैत्री महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है.

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Ranchi Desk:विश्वप्रसिद्ध जैन तीर्थस्थल गिरिडीह के पार्श्वनाथ मधुबन के सम्मेद शिखर के गुनातायन ट्रस्ट महावीरायातन फाउंडेशन द्वारा क्षमावाणी पर्व को लेकर विश्व मैत्री महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां विशेष रूप से मधुबन पहुंचे. इस दौरान मौके पर गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और डीसी रामनिवास यादव, एसपी डॉक्टर विमल कुमार शामिल हुए.
कार्यक्रम में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां ने विश्व मैत्री महोत्सव की शुरुआत भगवान पाश्वनाथ के तस्वीर का लोकार्पण और दीप जलाकर किया गया. इससे पहले राज्यपाल के आगमन पर सबसे पहले सीआरपीएफ कैंप में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद जिला प्रशासन की ओर से गिरिडीह के उपायुक्त रामनिवास यादव, पुलिस अधीक्षक डॉ. विमल कुमार, एसडीएम श्रीकांत यशवंत विस्पुते, एसीडीपीओ जितवाहन उरांव समेत अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया.
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने गुनातायन में आयोजित विश्व मैत्री महोत्सव को लेकर कहा कि ये जैन समाज की परम्परा है कि दश लक्षण के बाद होने वाले क्षमा वाणी धर्म को विश्व मैत्री महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि पूरा विश्व आज खून खराबे में उलझा हुआ है और उसके जिम्मेदार हम है. भारतीयों को सीधे तौर पर जिम्मेदार बताते हुए कहा कि सभी अपने धर्म को श्रेष्ठ बताने के प्रयास में है. अपनी आस्था को एक दूसरे पर जबरन थोप रहे है. ऐसे में भगवान पाश्वनाथ की इस तपोभूमि में विश्व मैत्री महोत्सव का आयोजन होना, खुद में विश्व को एक बड़ा सन्देश देता है. राज्यपाल ने श्रीमद्ग भागवत ग्रंथ का उदाहरण देते हुए कहा कि भगवान ऋषवदेव का चर्चा भी श्रीमदभागवत में है.
इधर महोत्सव को सम्बोधित करते हुए मुंबई महाविरायत्न फाउंडेशन के संत ब्रम्चारी देबेन्द्र ने कहा ही जैन समाज सिर्फ एक प्रयास करता है कि विश्व में भाईचारा बना रहे. आज रिश्तो में दरार आ रही है. समाज बिखर रहा है, जिसे टूटने से बचाना है. और यह तभी संभव है ज़ब मैत्री भाव विश्व में रखा जाए. इस दौरान महावीरायातन फाउंडेशन के प्रतिनिधियों और जैन समाज के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया.
समारोह की शुरुआत राष्ट्रीय गान से हुई, जिसके बाद दीप प्रज्वलित कर विश्व मैत्री महोत्सव का उद्घाटन किया गया. मौके पर फाउंडेशन और गुनायतन संस्था द्वारा सम्मान समारोह का भी आयोजन किया गया, जिसमें समाज के कई लोगों को सम्मानित किया गया. महोत्सव का मुख्य उद्देश्य समाज में भाईचारा, सद्भावना और आपसी मेलजोल को बढ़ावा देना था. इस आयोजन में बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग और स्थानीय नागरिक शामिल हुए, जिससे पूरा मधुबन क्षेत्र उत्सव मय माहौल में डूब गया. महोत्सव को सफल बनाने में गुनातायन ट्रस्ट के अशोक जैन, सुनील जैन, सुभाष जैन के साथ महावीरायतन फाउंडेशन के अजय गंगवाल, पंकज जैन कि भूमिका खास रही.









