पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में युवक की हत्या, पेड़ से उल्टा लटकाकर लगा दी आग
बांग्लादेश में चल रहे हिंसक माहौल का शिकार हुए एक युवक की कथित तौर पर महज ईशनिंदा के आरोप में भीड़ द्वारा बेरहमी से हत्या कर दी गई. वहीं अशांति का माहौल पिछले सप्ताह से ही बांग्लादेश में बना हुआ है - नेता उस्मान हादी की हुई मौत के कारण.

Naxatra News: बांग्लादेश में अभी सबसे बड़ी खबर बनी हुई है - शरीफ उस्मान हादी की मौत. इसके बीच एक और हिंसक झड़प की खबर सामने आई है. जिला मयमनसिंह में गुरुवार रात कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद की निंदा करने को लेकर आरोप लगाया गया. फिर रात करीब 9 बजे पुलिस के अनुसार उसपर भीड़ द्वारा जानलेवा हमला कर दिया गया.
हिंसक भीड़ के हमले में युवक की मौत हो गई. मृतक की पहचान दीपु चंद्र दास के रूप में की गई है. दीपु ड्रेस फैक्ट्री में काम करता था, भालुका उपजिला के डुबालिया पाड़ा में किराए के मकान में रहता था. जिसपर सिर्फ तथाकथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाकर कट्टरता का जामा पहने भीड़ ने मौत के घाट उतार देना मुनासिब समझा. वहीं कई सरकारों द्वारा बांग्लादेश सरकार की निंदा की जा रही है, देश में व्याप्त कुप्रबंधन को लेकर. बता दें कि बांग्लादेश में भारत विरोधी नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के कारण अशांति व्याप्त है.

अधिकारियों के अनुसार, भीड़ ने दीपु चंद्र दास को पीट-पीटकर मार डाला. इसके बाद उसके शव को एक पेड़ से लटकाया और फिर आग लगा दी. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, हालात को काबू में किया और शव को बरामद किया. शव को पोस्टमार्टम के लिए मयमनसिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है. फिलहाल कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. पुलिस का कहना है कि मृतक के परिजनों का पता लगाया जा रहा है और औपचारिक शिकायत मिलने के बाद कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी.
भारत में पश्चिम बंगाल की भाजपा इकाई द्वारा उक्त मामले की घोर निंदा की गई है. पार्टी द्वारा औपचारिक बयान में कहा गया कि बांगलादेश में हुए दीपु पर किया गया अमानवीय कृत्य सिर्फ एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं बल्कि यह पूरे हिंदु समाज पर हिंसक हमले का एक उदाहरण है.

जुलाई विद्रोह के प्रमुख नेता और आगामी 12 फरवरी के आम चुनाव में उम्मीदवार शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं. हादी को पिछले सप्ताह ढाका में चुनाव अभियान के दौरान नकाबपोश हमलावरों ने गोली मार दी थी. सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. हादी की मौत की खबर फैलते ही गुरुवार को बांग्लादेश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए.
राजधानी ढाका में अखबारों के दफ्तरों को निशाना बनाया गया और देश के संस्थापक शेख मुजीब उर रहमान के ऐतिहासिक आवास 32 धनमंडी में तोड़फोड़ की गई. कई अवामी लीग नेताओं के घरों और दफ्तरों में आगजनी की घटनाएं भी सामने आईं.
चटगांव में प्रदर्शनकारियों ने तड़के सहायक भारतीय उच्चायुक्त के आवास पर पथराव किया, हालांकि किसी नुकसान की सूचना नहीं है. हालात काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया और 12 लोगों को गिरफ्तार किया. प्रदर्शनकारियों द्वारा भारतीय उच्चायुक्त को बंद करने की मांग की जा रही है. उनका आरोप है कि हादी के कथित हत्यारों को भारत शरण देने का काम कर रहा है.









